~~Thread~~
सम्पूर्ण कट्टर ईमानदार कथा :------
शराब आबकारी नीति घोटाला - दिलचस्प कहानी:
सभी आरोपियों के बीच एक समझौता था कि हर 3 दिन में वे अपने मोबाइल फोन, सिम कार्ड को भट्टी में जलाकर नष्ट कर देंगे ताकि कोई डिजिटल सबूत न रहे और भविष्य में कोई किसी को ब्लैकमेल न कर सके।
लेकिन 3 आरोपी: दिनेश अरोड़ा, अमित अरोड़ा और अर्जुन पांडे जानते थे कि यह गिरोह बहुत चालाक है,
इसलिए उन्होंने अपने फोन और सिम कार्ड को नष्ट नहीं किया और मनीष सिसोदिया से झूठ बोला कि उन्होंने अपने फोन को नष्ट कर दिया है।
गिरोह ने महज 6 महीने में 500 फोन बदले। अकेले सिसोदिया ने 170 फोन बदले I
जब शिकंजा कसा गया तो दिनेश, अमित और अर्जुन को एहसास हुआ कि टेंडर उनके हाथ से जा चुका है,
जो ₹80 करोड़ उन्होंने दिए थे वो भी चले गए और मनीष सिसोदिया मौज-मस्ती कर रहे थे।
मनीष सिसोदिया को पता नहीं था कि इन तीनों ने उनके फोन को नष्ट नहीं किया।
बाद में जब सीबीआई ने उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया तो मनीष ने अपने स्तर पर पूछताछ की तो पता चला कि इन तीनों ने अपने फोन और सिम कार्ड सीबीआई को दे दिए हैं और सीबीआई के पास अब काफी सबूत हैं।
वह हैरान है l
उसके बाद मनीष सिसोदिया को यकीन हो गया था कि अब सीबीआई उन्हें गिरफ्तार करेगी. इसलिए उसने वे सभी नौटंकी और नाटक किए।
वह अपनी मां से मिलने गया, सहानुभूति पीड़ित कार्ड खेलने के लिए अपनी बीमार पत्नी का हवाला दिया, राजघाट गया और मोहनदास के. गांधी की समाधि के
सामने एक फोटोशूट किया, आदि।
बहुत कम मामलों में ऐसा होता है कि जब सीबीआई या पुलिस किसी आरोपी का रिमांड मांगती है तो कोर्ट उसे उतने दिनों के लिए रिमांड देती है।
कल सीबीआई ने राउज एवेन्यू कोर्ट से मनीष सिसोदिया की 5 दिन की रिमांड मांगी थी l
अदालत में सभी सबूतों को देखने के बाद, न्यायाधीश ने स्वीकार किया कि अभी और भी बहुत सी बातें हैं और लोगों का पर्दाफाश होना बाकी है और निष्कर्ष निकाला कि मनीष सिसोदिया दोषी हैं और उन्होंने सीबीआई को अपनी 5 दिन की रिमांड दी।
मेरा बाक़ी बचे दिल्ली सरकार के सभी मंत्रियों को सलाह है कि
अब कोई भी फाइल पर अपने साइन करने से पहले अरविंद केजरीवाल के साइन करवालें....
नहीं तो सिसोदिया की तरह तुमको किसी भी घोटाले में मुख्यमंत्री आपको फँसा देगा और फिर कहेगा कि कोई बात नहीं आप जेल जाओ और आपके परिवार का मैं ख़्याल रखूँगा।
#ManishSisodiaChorHai #ManishSisodiaArrested